Friday 23 October 2015

Shree Ban Mataji Ke Dohe

जोग जोरको है भयो , बायण आया पावणा ।
गज मोती थाळ सजा , करू बायण रा बदावणा ।।

सोने रो सिंगासण बनाऊ , उण पे बायण बिराजणां ।
जो मन हुवे भोग रो , हुकम सेवक ने देरावणा ।।

हीरा जड़ित सिगांसण पर , बिजळ बाव ढोलावणा ।
चरणा में बैठ सेवकीयो , नैणा पाँव पखारणा ।।

ख़ुशी भये मन माय , नर नारी बुलावणा ।
आजो भक्तो दर्शन करलो , बायण घर आया पावणा ।।

सन्त साधुओं में बुलायने , जमो जोर जगावणा ।
घूँघर बाँध पगा रे माय , नृत्य मो करावणा ।।

अनुराधा प्रदीप बेटा बेटी री , बेगा आराधे आवणा ।
महेंद्र सिंह चरणा रो सेवक , जस थारा बायण रा गावणा ।।

जय माँ बायण जय एकलिंग जी जय खेतलाजी

No comments:

Post a Comment

Featured post

कुलदेवता श्री सोनाणा खेतलाजी का संक्षिप्त इतिहास

सोनाणा खेतलाजी का सक्षिप्त इतिहास- भक्तों चैत्र की शुक्ल पक्ष की प्रथम तिथि हैं वैसे तो पुरे भारत वर्ष में आज से नवरात्रि शुरू होंगे लेकिन ...