खेंचलों थारे हंस री नकेल बाण मैया.......
ढ़ीली छोड्या बाण माँ थाने ले जासी कंही और .....
हंसलो मोड़ दो बाण मैया थारे भगताँ की और ...||
आवो म्हारे आंगणे बैठो इण ठौड़........
हंसलो मोड़ दो बायण थारे भगताँ की और....||
श्री बाण माताजी की प्रिय सवारी हंस
जय माँ बायण जय एकलिंग जी जय सोनाणा खेतलाजी जय हंस राजा
No comments:
Post a Comment