Tuesday, 10 January 2017

श्री बायण माता आराधना

थारे तो लाख बेटा हैं, म्हारी मायड़ इक रहसी |
हूँ कपूत जायों हूँ थारे,थने कुमाता कुण कहसी ||
अब तो थारी पत ज्यावै हैं, हंस चढ्या तूँ कद आसी |
माता अब तो सांझ पड़ी हैं, रुस्यों दिन कद आसी ||

🙏 चित्तौड़गढ़ री राय, सदा सेवक सहाय 🙏

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