थारे तो लाख बेटा हैं, म्हारी मायड़ इक रहसी |
हूँ कपूत जायों हूँ थारे,थने कुमाता कुण कहसी ||
अब तो थारी पत ज्यावै हैं, हंस चढ्या तूँ कद आसी |
माता अब तो सांझ पड़ी हैं, रुस्यों दिन कद आसी ||
🙏 चित्तौड़गढ़ री राय, सदा सेवक सहाय 🙏
श्री बाण माताजी भक्त मण्डल जोधपुर का मुख्य उद्देश्य श्री बाण माताजी का इतिहास, दोहे, श्लोक भजन, मंदिरों की जानकारी एवं बाण माताजी के चमत्कारों को जन-जन तक पहुँचाना हैं।
सोनाणा खेतलाजी का सक्षिप्त इतिहास- भक्तों चैत्र की शुक्ल पक्ष की प्रथम तिथि हैं वैसे तो पुरे भारत वर्ष में आज से नवरात्रि शुरू होंगे लेकिन ...
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