Thursday, 25 August 2016

श्री बायण दर्शन जावणो

जोधाणे रे मायने  , धूम मची चहु ओर |
बायण दर्शन जावणो , मनवा नाचे मोर ||
द्वापरयुग रे मायने , उमा लियो अवतार |
कन्या रूप कुमारी ले , दीयों बाणासुर मार ||
घर-घर बायण नाम री , मची हुयी हैं धूम |
ज्योतिनगर जोधाणा रा वासी , रह्या ख़ुशी सु झूम ||
खत्म पाप ने मात कीन्हो , छायो जग उल्लास |
परचा नित नया दे  , बढ़ा रही विश्वास ||
खेतलाजी अर रामदेव जी , सदा रहे थारे पास |
ध्यावे धणीया प्रेम सु , पुरे मन री आस ||
मायड़ रे ममता री , दे रही मिसाल |
अनुराधा हैं लाड़ली , बायण बिन बेहाल ||
बायण नाम हैं जो जपे , आय बचावे लाज |
सुख संपति शरणा पड़े , पूरण होवे काज ||
धनुष बाण हाथा भला , अद्भुत थारो भेष |
हंस आरूढ़ होय अम्बिका , आवो मरुधर देश ||
भक्ता में मन भावणो , रामो थारे ख़ास |
रात दिन थारो नाम रटे , राखो हिरदा में वास ||
महेंद्र मन रो हैं भोळो , सदा करें गुणगाण |
हाथ पकड़ ने मावड़ी , सदा रहिजे अगवाण ||

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