मैया नाम की धुन लगाते चलो....
प्रेम के आंसू बहाते चलो...
आन पड़े, जब कष्ट कभी....
मन में बाण मैया को बसाते चलो.....
नाम मैया का मंगलकारी जानत हैं जग सारा...
पाप कटेगा बायण नाम से जीने का हैं सहारा...
श्रद्धा प्रेम बढ़ाते चलो, गीत मैया के गाते चलो....
प्रेम के आंसू बहाते चलो.....!
डूब रहा जो बिच भंवर में उसकी बाण मैया हैं रखवाली....
भव सागर से जीवन नैय्या पार लगावन वाली.....
आशा दीप जलाते चलो...
प्रेम के आंसू बहाते चलो....!
बायण बिना जग में कोई न अपना झूंठी हैं जग माया...
सेवक बायण नाम सुमिर ले क्यों? जग में भरमाया...
ज्ञान की ज्योति जलाते चलो...
प्रेम के आंसू बहाते चलो......!
🚩 चित्तौड़गढ़ री राय, सदा सेवक सहाय 🚩
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